Monday, April 12, 2010

ख्वाब

हर एक ख्वाब कीमती है,
ख्वाबो का भी अपना आयाम है,
एक ख्वाब में तुम हो,
इठलाती लहरें हैं , हसीं शाम हैं।

ख्वाब तुम्हारे ही लिए है
औरो का क्या काम हैं
तुम पास हो , साथ हो
एक राह , एक मकाम है

ख्वाब की खिरकी पर
आज़ाद पंछी है, लताम हैं।
ख्वाब में ही प्रेम को ढूंढता,
हर अभिलाषित इन्सान हैं।

ख्वाब से विलग सच्चाई हैं
गुरुज़नो का पैगाम है
आज रात कोई ख्वाब नही देखूंगा
कल कुछ ज्यादा ही काम हैं।

3 comments:

  1. "आज रात कोई ख्वाब नही देखूंगा
    कल कुछ ज्यादा ही काम हैं।"
    अच्छे शब्द और भावों से सजी सुंदर रचना

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  2. सचमुच हर ख्वाब कीमती है...
    सुंदर और उपयोगी ब्लाग। चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है। हिंदी ब्लागिंग को आप और ऊंचाई तक पहुंचाएं, यही कामना है।
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  3. हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
    कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें

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