दुप्पटे की ओट में,
खुद को छिपाए.
इंतज़ार में,
पलकें बिछाए.
मेरी सजनी.
खामोश है वो.
पर दिल बोल रहा हैं.
कुमकुम में
मेरे लिए ही शोर रहा है.
मेहँदी का रंग
भी सूखे जाये.
मेरी यादों को
सीने से लगाये.
मेरी सजनी
मैं दूर बहुत,
पर तू पास है मेरे.
तुझे लेकर,
मेरे सपने है बहुतेरे.
कजरिया वाले
नयनों को भिन्गाये.
सखियों के संग,
मेरे ही लिए गाये.
मेरी सजनी.